बॉलीवुड में वर्ष भर ढेर सारी मूवीज़ रिलीज की जाती है, पर उनमें कुछ ऐसी फ़िल्में भी होती हैं जिनकी जितनी तारीफ की जाए कम है। निर्देशक निर्माता और अच्छी फ़िल्में बनाएँ इसके प्रोत्साहन के लिए ‘नेशनल’ अवार्ड दिए जाते हैं। आज ऐसे ही कुछ अद्भुत फिल्मों की जानकारी हम आपको देने जा रहे हैं जिन्हें नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया है।
ब्लैक (2005)
वर्ष 2005 में फ़िल्म रिलीज हुई ‘ब्लैक’ जिसका निर्देशन संजय लीला भंसाली ने किया है। फ़िल्म के मुख्य कलाकारों में रानी मुखर्जी और अमिताभ बच्चन है। फ़िल्म की कहानी में एक बच्ची जन्म से ही अंधी-गूंगी बहरी होती है। जिस कारण परिवार वाले उसे सबसे अलग रखते हैं। लड़की ग्रैजुएशन करना चाहती है जिसमें उसके गुरु उसकी सहायता करता है।
हालांकि ग्रैजुएशन करने में उसे बरसों लग जाते हैं पर अंत में अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेती है। फ़िल्म में गुरु शिष्य के रिश्ते को बहुत ही अच्छी तरह से पर्दे पर उतारा गया है। अमिताभ और रानी दोनों ही दिग्गज कलाकारों ने अपने सर्वश्रेष्ठ अभिनय का प्रदर्शन किया है।
पा (2009)
4 दिसंबर 2009 को निर्देशक आर बाल्की ने सिनेमाघरों में एक ऐसी कहानी प्रस्तुत की जिसने दर्शकों को झकझोर कर रख दिया। फ़िल्म के मुख्य कलाकार अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, विद्या बालन, परेश रावल और अरुंधति नागा शामिल हैं। फ़िल्म एक ऐसे बच्चे की कहानी है जिसे प्रोजेरिया नामक अनुवांशिक रोग है जिसमें 12 साल का बच्चा 60 साल का बूढ़ा व्यक्ति नजर आता है।
परंतु यह बच्चा मानसिक रूप से पूर्ण तरह सवस्थ है। कहानी में वह अपनी माँ और नानी के साथ रहता है जिसे अपने पिता की तलाश है और 1 दिन बिना पहचाने अपने पिता से मिलता है। धीरे-धीरे उसे पता चलता है की यही उसके पिता हैं। वह अपनी माँ और पिता को साथ रखने के लिए भरसक प्रयास करता हुआ दिखाई देता है। फ़िल्म में हँसी मजाक के डायलॉग और तीखे व्यंग फ़िल्म को और अधिक मजेदार बना देते हैं इस स्टोरी मे अमिताभ का उत्कृष्ट अभिनय रहा है।
जॉली एलएलबी (2013)
2013 में सुभाष कपूर के निर्देशन में बनी यह फ़िल्म दिल्ली के संजीव नंदा बीएमडब्ल्यू हिट एंड रन केस पर आधारित है। फ़िल्म में अरशद वारसी, बोमन इरानी, अमृता राव और सौरभ शुक्ला मुख्य भूमिका में हैं। फ़िल्म की स्टोरी में अरशद वारसी एक लापरवाह वकील के रूप में है जो पहले पैसों के लालच में बिक जाते हैं पर बाद में अपनी गलती सुधार लेते हैं।
इस समय उनका सामना शहर के सबसे बड़े वकील बोमन इरानी से होता है जो कहानी में सबसे मजबूत पहलू लिए खड़ा है। अंत में सच्चाई की जीत होती है ओर शहर का नामी वकील हार जाता है। मूवी में कॉमेडी, भावुकता और जज्बात तीनों का मिश्रण बहुत ही सटीक तरीके से हुआ है जो फ़िल्म को नेशनल अवार्ड दिलाती है।
क्वीन (2013)
2013 में आई फ़िल्म ‘क्वीन’ के निर्देशक विकास बहल है जिसका लेखन अन्विता दत्त गुप्त ने किया है। कंगना रनौत,राजकुमार राव और लीसा हेडन फ़िल्म की मुख्य भूमिका में है। फ़िल्म में कंगना ने 24 वर्ष की लड़की का किरदार अदा किया है जिसके हनीमून पर उसका पति उसे छोड़ देता है।
घर से कभी अकेले न निकलने वाली लड़की पेरिस और एम्स्टर्डम अकेले घूमने निकल जाती है। मूवी में डरी सहमी सी रहने वाली लड़की कैसे अपनी यात्रा से सीखती है और कैसे आत्मविश्वासी बनती है यह दिखाया गया है। लीसा हेडन ने भी यहाँ अपने करियर के सबसे अच्छे अभिनय का प्रदर्शन किया है।
दम लगाके हईशा (2015)
शरद कटारिया के निर्देशन में बनी ‘दम लगाके हईशा’ फ़िल्म 2015 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। फ़िल्म के मुख्य कलाकार आयुष्मान खुराना और भूमि पांडेकर है। फ़िल्म की कहानी 1995 की है जब कुमार सानू के गाने चारों ओर छाये रहते थे। आयुष्मान फ़िल्म में कम पढ़े और बिना लक्ष्य के जी रहे व्यक्ति की भूमिका में है।
जिसका विवाह अधिक पढ़ी लिखी मोटी लड़की से हो जाता है। वह अपने दोस्तों के सामने अपनी पत्नी के मोटापे का मजाक उड़ाता है जिस पर पत्नी नाराज होकर तलाक की अर्जी दे देती है। कोर्ट छह महीने साथ रहने का फैसला सुनाती है जिस दौरान उन्हें आपस में प्रेम हो जाता है। कहानी एकदम सरल है पर अत्यधिक प्रभावित करने वाली है।
अंधाधुन (2018)
यह एक थ्रिलर फ़िल्म है जिसका निर्देशन श्रीराम राघवन ने किया है। फ़िल्म में आयुष्मान खुराना, तब्बू और राधिका आप्टे मुख्य भूमिका में है। फ़िल्म एक अंधे व्यक्ति पर आधारित है जो एक मर्डर होते हुए देख लेता है। फ़िल्म में एक एक्टर का मर्डर हो जाता है जिसे आयुष्मान देख लेते है और खुद को बचाने के लिए अंधे होने का नाटक करते हैं। अंधे बनकर उनका हीरोइन से टकराना, उनके साथ रहना यह सब रियल लगता है। फ़िल्म कहीं से भी बनावटी नहीं है और न ही दर्शकों को बोर करती है।
छिछोरे (2019)
6 सितंबर 2019 में आई फ़िल्म ‘छिछोरे’ एक रोमांस एक्शन ड्रामा फ़िल्म है। फ़िल्म के निर्देशक नितेश तिवारी है। सुशांत सिंह राजपूत, श्रद्धा कपूर, प्रतीक बब्बर, वरुण शर्मा और तुषार पांडे फ़िल्म के मुख्य कलाकार हैं। कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है जो अपनी मिडिल ऐज में है और उसका बेटा इंजीनियरिंग की पढ़ाई करते हुए मानसिक तनाव से गुजर रहा है।
बेटे के तनाव को दूर करने के लिए पिता उसे अपनी जिंदगी की स्टोरी सुनाता है कि किस तरह उसने कॉलेज में पढ़ाई के दौरान अपनी मुश्किलों का सामना किया। फ़िल्म की स्टोरी पॉजिटिव वाइव देती है, जिससे दर्शक इसके साथ जुड़े रहते हैं। फ़िल्म के परफेक्ट सीन और परफेक्ट डायलॉग दर्शकों को हंसाती-गुदगुदाती हुई बेहतरीन बन जाती है।
उरी द सर्जिकल स्ट्राइक (2019)
11 जनवरी 2019 को आई यह फ़िल्म 2016 में कश्मीर में घटी सच्ची घटना पर आधारित है जिसमें कई जवान शहीद हो गए थे। फ़िल्म का निर्देशन आदित्य धर ने किया है। फ़िल्म में मुख्य कलाकार विकी कौशल और यामी गौतम हैं। फ़िल्म में आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री के आदेश पर मेजर विहान शेरगिल ऐसी टीम को लीड करते हैं।
जो पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों का खात्मा करते हैं। फ़िल्म इतनी जोशीली है कि हर व्यक्ति का दिल देशभक्ति से भर जाता है। यह कहानी देश के जवानों की निडरता, वीरता, इन्टेलिजेन्स ओर उनकी देशभक्ति को भी दर्शाती है।